पटना। सियासी सरगर्मी के बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश कुमार ने शनिवार को नई कमेटी का गठन किया है। खास बात ये है कि इस कमेटी में ललन सिंह की पुरानी टीम बाहर। नीतीश कुमार ने खुद सहित सिर्फ 22 लोगों की टीम बनायी है, जिसमें एक सलाहकार, एक उपाध्यक्ष, एक कोषाध्यक्ष, 11 महासचिव, 6 सचिव और एक प्रवक्ता शामिल हैं।
नीतीश कुमार के निर्देश पर महासचिव अफाक अहमद खान ने नये पदाधिकारियों की सूची जारी की है। नीतीश कुमार ने पहला फेरबदल पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर किया है। ललन सिंह के समय मंगनी लाल मंडल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गये थे। नीतीश ने उन्हें हटाकर पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है।
केसी त्यागी को राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता के साथ-साथ नीतीश कुमार का राजनीतिक सलाहकार बनाया गया है। त्यागी पहले से इसी पद पर थे। इसके साथ सांसद आलोक कुमार सुमन को फिर से राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया गया है। पूर्व विधायक राजीव रंजन को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है। नीतीश ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों की संख्या आधी कर दी है।
ललन सिंह के समय पार्टी के 22 राष्ट्रीय महासचिव थे। नीतीश ने 11 महासचिव बनाए हैं। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को महासचिव बना दिया गया है। साथ ही सांसद रामनाथ ठाकुर, संजय झा, अली अशरफ फातमी, कहकंशा परवीन, आफाक आलम, श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, रामसेवक सिंह, कपिल हरिश्चंद्र पाटिल, राज सिंह मान और इंजीनियर सुनील कुमार को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है।
नीतीश कुमार ने सचिव पद पर 6 नेताओं को जगह दी है। पहले 7 राष्ट्रीय सचिव हुआ करते थे। नीतीश की नयी कमेटी में विद्यासागर निषाद, राजीव रंजन प्रसाद, अनूप पटेल, दयानंद राय, संजय कुमार और एम निसार को राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है।
नीतीश की नयी कमेटी में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह खास पूर्व राष्ट्रीय महासचिव हर्षवर्धन सिंह को पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा सांसद गिरधारी यादव, संतोष कुमार कुशवाहा, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, पूर्व सांसद दसई चौधरी, गुलाम रसूल बलियावी, आरपी मंडल, विजय कुमार मांझी, रामकुमार शर्मा, यूपी के पूर्व विधायक धनंजय सिंह, कमर आलम को नयी कमेटी से हटाया गया है।