मुंबई। पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से पैदा हुए दबाव के बीच गुरुवार को भी भारी बिकवाली हुई और घरेलू शेयर बाजार लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरकर बंद हुए। सेंसेक्स लगभग 900 अंक की भारी गिरावट के साथ 64,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया।
विश्लेषकों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में सुस्त रुझानों के अलावा वाहन, वित्तीय एवं ऊर्जा शेयरों में भारी गिरावट के साथ विदेशी निवेशकों की ताजा बिकवाली ने भी बड़े पैमाने पर निराशा का माहौल बनाया है।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 900.91 अंक यानी 1.41 प्रतिशत टूटकर 64,000 अंक से बहुत नीचे 63,148.15 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 956.08 अंक तक गिरकर 63,092.98 अंक पर आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 264.90 अंक यानी 1.39 प्रतिशत का गोता लगाते हुए 18,857.25 पर खिसक आया।
यह शेयर बाजारों में गिरावट का लगातार छठा सत्र रहा। गिरावट के इस दौर में अबतक सेंसेक्स में कुल 3,279.94 अंक यानी 4.93 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आ चुकी है जबकि निफ्टी 954.25 अंक यानी 4.81 प्रतिशत कमजोर हुआ है।
सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा में सर्वाधिक 4.06 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, नेस्ले, बजाज फिनसर्व, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाइटन, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स और लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में भी खासी गिरावट रही। दूसरी तरफ एक्सिस बैंक, आईटीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एनटीपीसी और इंडसइंड बैंक के शेयर बढ़त लेकर बंद हुए।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट रही, जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट में तेजी रही।
यूरोप के अधिकांश बाजारों में दोपहर के सत्र में बड़ी गिरावट देखी जा रही थी। बुधवार को अमेरिकी बाजार भी गिरकर बंद हुए थे।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.65 प्रतिशत गिरकर 89.54 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) एक बार फिर बिकवाल हो गए हैं। विदेशी निवेशकों ने बुधवार को 4,236.60 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।