यरुशलम। इजरायल सेना के हवाई हमले के बाद गाजा पट्टी में मरघट जैसा सन्नाटा पसरा है। हर तरफ बारूद की गंध है। आसमान पर चील और गिद्ध मंडरा रहे हैं। इजरायल की थल सेना ने पिछले 24 घंटों से मोर्चा खोल दिया है। बख्तरबंद गाड़ियां और टैंक गरज रहे हैं। इस लड़ाई में दोनों पक्षों को भारी क्षति हुई है। अब तक इजरायल में 1,300 और गाजा में 1,900 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। गाजा पट्टी में इजरायल ने नभ से थल तक हमास पर बमबारी और सीधी लड़ाई कर आतंक का फन कुचलने की शुरूआत कर दी है। इजरायल का मंसूबा साफ है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने थल सेना के गाजा में मोर्चा संभालने के बाद फिर चेताया है कि यह सिर्फ शुरूआत है। उन्होंने नागरिकों से फौरन गाजा पट्टी छोड़कर जाने को कहा है। इस पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने उनसे पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
सात अक्टूबर से जारी लड़ाई में इजरायल ने 247 सैनिकों को भी खोया है। गाजा पर इजरायली हमले में अब तक 1,900 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 6,388 लोग घायल हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में 4.23 लाख लोग बेघर हो चुके हैं। शुक्रवार रात मध्य इजरायल में सायरन बजाए गए हैं। इसकी वजह से लोग अपने घरों को छोड़कर जान बचाने के लिए तहखानों की तरफ भागने लगे।
इजरायल की सेना ने रात को गाजा में हमास के ठिकानों पर कहर बरपाया। ताबड़तोड़ गोलीबारी की। इसके बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई। इससे पहले इजरायल ने कल कहा था कि गुरुवार रातभर किए गए हवाई हमलों में हमास की सुरंगों, सैन्य परिसरों और हथियार भंडारों समेत 750 ठिकानों को तहस-नहस कर दिया गया। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मिस्र ने सिनाई प्रायद्वीप में अपनी सीमा पर हजारों सुरक्षाबलों को तैनात किया है। मिस्र को आशंका है कि गाजा से बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी पहुंच सकते हैं।