तेलअबीब। इजरायल ने हमास आतंकियों को कुचलने के लिए जमीनी स्तर कार्रवाई भी शुरू कर दी। इजरायल की आर्मी और टैंकों ने शुक्रवार देर रात गाजा पट्टी में घुसकर कार्रवाई की। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि यह तो अभी शुरूआत है, हम हमास को खत्म कर देंगे। इसके साथ ही इजरायल ने उत्तरी गाजा पट्टी में रहने वाले लगभग 10 लाख से ज्यादा लोगों को 24 घंटे में दक्षिणी इलाके में चले जाने को कहा है। लेकिन हमास ने गाजा निवासियों से अपने घरों में ही रहने और खून की आखिरी बूंद तक लड़ने का आह्वान किया। उसने इसे मनोवैज्ञानिक युद्ध करार दिया।
खाना, बिजली और ईंधन भूल जाओ : सेना ने बताया कि सैनिकों ने इस दौरान कई आतंकियों को मार गिराया जिनमें हमास का एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल दस्ता शामिल है। वहीं, इजरायली अल्टीमेटम के बाद हजारों फलस्तीनियों ने गाजा के उत्तरी इलाके से पलायन शुरू कर दिया। फलस्तीनी परिवारों को कारों, ट्रकों और गधा गाड़ियों पर अपना सामान लादे जाते हुए देखा गया। गाजा में फलस्तीनी रेड क्रीसेंट की प्रवक्ता नेबल फरसाख ने कहा, ‘खाना, बिजली और ईंधन के बारे में तो भूल जाओ। एकमात्र चिंता यह है कि क्या आप जीवित रहेंगे।
3100 लोगों की मौत, चारों तरफ चीख-पुकार : इजरायल और हमास के बीच इस युद्ध में अभी तक इजरायल में 1300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जिनमें 247 सैनिक हैं। जबकि गाजा पर इजरायली हमले में अब तक 1800 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 6,388 लोग घायल हैं। इजरायल और हमास युद्ध में अब तक कुल 3100 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा में 4.23 लाख लोग बेघर हो चुके हैं। शुक्रवार रात मध्य इजरायल में सायरन बजाए गए हैं, जिसकी वजह से लोग अपने घरों को छोड़कर जान बचाने के लिए तहखानों की तरफ भागने लगे। जबकि इजरायली सेना गाजा में घुस गई और गोलीबारी भी की, जिसके बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई।
बमबारी में 13 बंधकों की मौत का दावा : पिछले शनिवार को हमले के बाद हमास के लड़ाके लगभग 150 लोगों को अपने साथ बंधक बनाकर ले गए थे। हमास ने दावा किया कि इजरायली बमबारी में गुरुवार को 13 बंधक मारे गए, इनमें विदेशी भी शामिल हैं। हालांकि, सैन्य प्रवक्ता हगारी ने हमास के दावे का खंडन किया। उन्होंने कहा कि हमारे पास अपनी जानकारी है। हमास के झूठ पर विश्वास न करें।’ इजरायल का कहना है कि गुरुवार को रातभर किए गए हवाई हमलों में हमास की सुरंगों, सैन्य परिसरों और हथियार भंडारों समेत 750 ठिकानों को निशाना बनाया गया।