रांची। आजसू के राष्टÑीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। झारखंड की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले महतो ने कहा कि 2024 के चुनाव में अहम बदलाव दिखाई देंगे और उनकी पार्टी चुनाव और निर्णायक नीतियों में जनभागीदारी के लिए ग्राम चौपाल स्तर तक पैठ सुनिश्चित करेगी।
महतो ने बताया कि भाजपा के साथ गठबंधन होगा, लेकिन पूरा ध्यान विभिन्न स्तरों पर नेतृत्व तैयार करने पर होगा जिसकी राज्य के गठन के 20 वर्ष होने के बाद भी कमी है। उन्होंने कहा कि पार्टी की दीर्घकालिक मांग होगी कि विधानसभा की सीटें 81 से बढ़ाकर 160 की जाएं।
अर्जुन मुंडा सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे महतो ने कहा कि झारखंड में सबसे मूलभूत बाधा है नेतृत्व की कमी। मेरा दृष्टिकोण ऐसा नेतृत्व तैयार करना है जिसमें सत्ता की नहीं बल्कि विकास की ललक हो। कहीं भी, जो भी परिवर्तन और विकास होता है वह उसके नेताओं के कारण होता है। वर्ष 2000 में बिहार से अलग होकर राज्य बनने के बाद से यहां मुख्य रूप से खंडित जनादेश मिला और अल्पकालिक सरकारें रही हैं।
उन्होंने कहा कि केवल पिछली भाजपा सरकार ने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया। अच्छे नेतृत्व से ही सतत विकास संभव है और अब हम चौपाल के लोगों को भी शामिल कर रहे हैं। अगले चुनावों में परिवर्तन स्पष्ट दिखाई देगा।
सिल्ली से विधायक महतो ने कहा कि हम भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे लेकिन हमने पहले ही नेतृत्व के विकेन्द्रीकरण की कवायद शुरू कर दी है। हमारे लिए सीटों का बंटवारा इतना अहम मुद्दा नहीं है जितना कि गांव के स्तर पर भी नेतृत्व तैयार करना है। 32,000 गांवों में भारी कवायद शुरू हो गई है। हम ग्रामीण स्तर के लोगों की भागीदारी पर ध्यान केन्द्रित करना चाहते हैं। वह 2014 में चुनाव हार गए थे लेकिन 2019 में फिर से इस सीट से विजयी हुए थे।
महतो ने कहा कि जनवार्ता के माध्यम से मजबूत सदस्य बनाए जा रहे हैं और पार्टी एक केंद्रीय समिति का गठन कर रही है जिसमें ब्लॉक स्तर से एक पुरुष और एक महिला सहित 720 सदस्य होंगे और इसके अलावा समाज के सभी क्षेत्रों से 100 विशेष आमंत्रित सदस्य होंगेङ्घ एक चूल्हा प्रमुख होगा जो मूल रूप से 10 परिवारों का प्रतिनिधि होगा।
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के 47 विधायक हैं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के 29, कांग्रेस के 17 और राजद का एक विधायक है। सदन में भाजपा के 26 और आजसू पार्टी के तीन सदस्य हैं। दो निर्दलीय विधायकों के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) के एक-एक विधायक हैं।