धर्मेंद्र कुमार
रांची: स्वर्णकार समाज समेत विश्वकर्मा कुल के तमाम सदस्यों और परंपरागत कारीगर परिवारों से आने वाले लोगों के लिए वह शुभ घड़ी आ गई जिसका वर्षों से इंतजार था. झारखंड समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से लगातार मांग किये जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वकर्मा योजना को लांच करने की घोषणा की थी, वह हमारे कुल के संस्थापक भगवान विश्वकर्मा की जयंती के दिन 17 सितंबर 2023 रविवार को विधिवत लागू होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस पवित्र दिन को पीएम विश्वकर्मा योजना लॉन्च करेंगे.
पूरे देश में 70 स्थानों पर यह योजना लांच की जाएगी. इन स्थानों में झारखंड के रांची और जमशेदपुर का भी नाम शामिल है.
रांची में यह कार्यक्रम मोरहाबादी स्थित आर्यभट्ट सभागार में और जमशेदपुर में सिदगोड़ा स्थित बिरसा मुंडा टाउन हॉल में होगा. लोकार्पण समारोह का समय दिन 11 बजे रखा गया है.
स्वर्णकार समाज समेत विश्वकर्मा कुल से सभी सदस्यों से यह अपील है कि वे इस योजना के लांचिंग समारोह में अवश्य अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ उठाने की पहल करें।
एक बार फिर हम आप सभी को इस योजना के बारे में अवगत करा रहे हैं.
केंद्र सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना को शुरू करने का एलान आम बजट 2023-24 में किया था. इस योजना के लिए वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28 तक 13000 करोड़ के खर्च का प्रावधान है. योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों के स्किल को और निखारना है. साथ ही कारीगरों और शिल्पकारों तक उत्पादों और सेवाओं की पहुंच में सुधार करना भी है.
15,000 रुपये का प्रोत्साहन
योजना के तहत लाभार्थियों को 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा. इसके साथ ही लाभार्थियों को 500 रुपये प्रति दिन के स्टाइपेंड के साथ आधारभूत कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. इसका मकसद स्वर्णशिल्पी(सोनार), बढ़ई, राजमिस्त्री, कुम्हार, लोहार या ऐसे कामों में लगे लोगों के उत्थान, उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और लाभ प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने का एक प्रयास है.
इस योजना का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा या अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले विश्वकर्माओं द्वारा पारंपरिक कौशल के परिवार-आधारित अभ्यास को मजबूत और पोषित करना है. पीएम विश्वकर्मा का मुख्य फोकस कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करना और यह सुनिश्चित करना है कि वे डोमेस्टिक और ग्लोबल वैल्यू चेन के साथ एकीकृत हों.
किन्हें मिलेगा योजना का लाभ
- बढ़ई
- लोहार
- सुनार
- राजमिस्त्री
- नाई
- मालाकार
- धोबी
- दर्जी
- ताला बनाने वाले
- अस्त्रकार
- मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाले
- पत्थर तोड़ने वाले
- मोची/जूता बनाने वाला कारीगर
- नाव निर्माता
- टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाला
- गुड़िया और खिलौना निर्माता
- हथौड़ा और टूलकिट निर्माता
- फिशिंग नेट निर्माता
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का उद्देश्य कुशल कारीगरों को बहुमूल्य सहायता प्रदान करना है.
इस योजना में तहसील या जिला मुख्यालय पर स्थित लघु और मध्यम उद्यम विभाग द्वारा संचालित एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल है.
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के सफल आवेदक को ट्रेनिंग सेशन मिलेगा, जो रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
इस योजना में ट्रेनिंग पाने वाले कारीगरों को अर्ध-कुशल मजदूरी के बराबर वित्तीय सहायता का प्रावधान शामिल है.
जरूरी डॉक्युमेंट और शर्तें
आवेदक की उम्र 18 साल या उससे अधिक हो
आधार कार्ड
पहचान पत्र
निवास प्रमाण पत्र
मोबाइल नंबर
जाति प्रमाणपत्र
बैंक अकाउंट पासबुक
पासपोर्ट साइज फोटो
कैसे होगा रजिस्ट्रेशन
पीएम विश्वकर्मा को 13,000 करोड़ रुपये केखर्च के साथ केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित किया जाएगा. योजना के तहत, बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का उपयोग करके सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से विश्वकर्माओं का फ्री रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी, बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण से जुड़े कौशल उन्नयन, 15,000 का टूलकिट प्रोत्साहन, 5% की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख तक कोलैटरल फ्री क्रेडिट सहायता (पहली क़िस्त) और 2 लाख (दूसरी किस्त) प्रदान की जाएगी. साथ ही डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए प्रोत्साहन और मार्केटिंग सपोर्ट भी मिलेगा.
Very big opportunity given by the Govt. I m very glad to hear this news. This day I pray God for long live Mr. Modi… Honourable Prime Minister…