मिशन 2024 में अपनी सियासी भागीदारी चाहेगा स्वर्णकार समाज, आज झारखंड में करेगा मंथन
धर्मेंद्र कुमार
देश की अर्थव्यवस्था समेत अन्य कई क्षेत्रों में स्वर्णकार समाज भले ही सशक्त भूमिका निभाते आ रहा हो या पारंपरिक कला की जीवित रखने के लिए त्याग-तपस्या को अंगीकार करता रहा हो लेकिन जब सत्ता या सियासत में इस समाज को उसका वाजिब हक देने की बारी आती है तो यह समाज खुद को ठगा सा महसूस करता रहा है. कारण कि किसी भी राजनीतिक दल ने स्वर्णकार समाज को वो सियासी मान-सम्मान या अधिकार नहीं दिया जो इस समाज को मिलना चाहिए.
चलिए, देर आए दुरुस्त आए. अब स्वर्णकार समाज सत्ता व सियासत में अपना हक पाने के लिए जाग चुका है. देश भी 2024 के चुनावी मोड में आने लगा है. हर जगह चुनाव की सुगबुगी व तैयारी शुरू की जाने लगी है.
तो भला स्वर्णकार समाज अब चुप कैसे बैठेगा. यह समाज भी अब अपने भीतर मंथन करने लगा है कि कैसे वाजिब सियासी हैसियत पाई जाए.
2024 के चुनावी साए में इसका आकार स्वर्णकार समाज सियासत की प्रयोगशाला कहे जानेवाले झारखंड की राजधानी रांची से करने जा रहा है.
झारखंड राज्य स्वर्णकार संघ के बैनर तले आठ जनवरी रविवार को रांची में विधानसभा सभागार में एक विचार मंथन होने जा रहा है. अच्छी बात यह कि इसमें देश व राज्य की सियासत में स्वर्णकार समाज की वर्तमान स्थिति व अपने समाज की हैसियत को बढ़ाने के तौर तरीकों पर गंभीर विचार मंथन किया जाएगा. स्वर्णकार समाज की सभी क्षेत्रों में तरक्की कैसे हो? समाज को विकास के मार्ग पर कैसे दौड़ाया जाए? कुरीतियों को खत्म कर शिक्षा का प्रचार-प्रसार कैसे हो? युवाओं को कैसे दक्ष बनाया जाए? परंपरागत पुस्तैनी कारीगरी को जिंदा रखते भारी आर्थिक चुनौतियों का सामना करनेवाले आभूषण कारीगरों को मदद कैसे की जाए? उनके जीवन में खुशहाली लाने के लिए क्या उपाय हो सकते हैं? सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ कैसे प्राप्त किया जा सकता है? आभूषण निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार से कैसे संपर्क किया जाना चाहिए? ये कुछ सवाल हैं जो लंबे समय से स्वर्णकार समाज के लिए यक्ष प्रश्न बने हुए हैं. उम्मीद की जानी चाहिए कि रांची मंथन में इन सवालों पर भी स्वर्णकार समाज के महारथी गौर करेंगे और किसी नतीजे पर पहुंचकर समाज के सामने ब्लुप्रिंट रखेंगे.
रांची मंथन में संगठन के तमाम प्रदेश पदाधिकारी, सभी जिला अध्यक्ष- जिला पदाधिकारी एवं प्रदेश-जिला के तमाम संरक्षक भाग लेंगे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष बहादुर सिंह वर्मा. विशिष्ट अतिथि के रूप में अखिल भारतीय स्वर्णकार संघ के कोषाध्यक्ष सतपाल वर्मा, संरक्षक पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार, संरक्षक पूर्व विधायक जयप्रकाश गुप्ता,, संरक्षक बी अगस्त क्रांति ,झारखंड के पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार के अलावा गोपाल सोनी भी शामिल होंगे.
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए झारखंड राज्य स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद जौहरी पिछले कई महीनों से लगे हुए हैं. उम्मीद की जानी चाहिए कि दुर्गा प्रसाद जौहरी ने स्वर्णकार समाज के हित के लिए जो प्रयास शुरू किए हैं, उनका प्रतिफल हमें 2024 के संसदीय व विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रतिफल के रूप में मिलेगा. लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी है कि स्वर्णकार समाज पूरी तरह से एकजुट होकर सियासी दलों के सामने अपना दम दिखाए ताकि स्वर्णकार समाज को उसका वाजिब सियासी हक मिलने का मार्ग प्रशस्त हो सके.