धनबाद : पंचायत से लेकर प्रांत स्तर तक स्वर्णकार समाज को मजबूत करने का होगा काम, तब 2024 में दिखेगा सियासी कमाल. यह उस वनभोज सह मिलन समारोह का निष्कर्ष है जो 22 जनवरी रविवार को धनबाद में स्वर्णकार समाज के नौकरीपेशा सदस्यों की पहल पर आयोजित किया गया था.
धनबाद के बिरसा मुंडा पार्क में रविवार को भारतीय स्वर्णकार विकास मंच के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में स्वर्णकार समाज की मौजूदा दिशा व दशा पर गंभीरता के साथ गहन विमर्श किया गया. उन कारणों की पड़ताल की गई जिनकी वजह से आज तक स्वर्णकार समाज को वो हासिल नहीं हो सका है जिसका वह सही मायने में हकदार है.
कार्यक्रम में शिद्दत से महसूस किया गया कि आज से समय में आपकी एकजुटता समय की मांग है. जब स्वर्णकार समाज में एकता की भावना मजबूत हो जाएगी तो बड़े से बड़े लक्ष्य को हंसते -खेलते हासिल कर लिया जाएगा.
तय किया गया कि पंचायत से लेकर प्रांत स्तर तक स्वर्णकार समाज की आपसी एकता को मजबूत करने के लिए हर स्तर पर कार्य किया जाएगा.
कार्यक्रम में झारखंड में भी जातिगत जनगणना के कई वक्ताओं ने समर्थन किया. ओबीसी के लिए 27 फीसदी आरक्षण लागू करने, स्वर्णकार बोर्ड का गठन करने, कारोबार से जुड़े कानून को सरल करने, स्वर्ण व्यवसायियों को प्रताडि़त होने से बचाने के पहल करने की भी जोरदार तरीके से मांग उठी. साथ ही स्वर्णकार समाज के लोगों से अपील की गयी कि वे पदाधिकारियों से मिलकर सरकारी योजनाओं का लाभ लें.
कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि स्वर्णकार समाज की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अप्रैल माह में रांची में स्वर्णकारों की एक विशाल रैली की जाएगी.
कार्यक्रम का संचालन संघ के बरिष्ठ के पी स्वर्णकार ने किया. मौके पर डॉ. दिलीप सोनी, राम नरेश साव , अरुण कुमार, डॉ महेश प्रसाद , किशन कुमार, डॉक्टर देव कुमार वर्मा, उपेंद्र कुमार,राजेंद्र प्रसाद, कपिलदेव प्रसाद,अजय कुमार सोनी, प्रेम चंद्र पोद्दार, सुनील वर्मा, प्रकाश वर्मा, विश्वरुप स्वर्णकार, अगस्त क्रांति कुमार, मिथलेश वर्मा, मुकेश वर्मा, कपील प्रसाद, अर्जुन प्रसाद, विश्वनाथ सुनार, राजेश वर्मा, चंदू प्रकाश, जितेंद्र स्वर्णकार, संजय वर्मा, सुमंत लाल वर्मा, रूपेश वर्मा, कन्हैया वर्मा, सच्चिदानंद प्रसाद, शंकर वर्मा, चंदा देवी, आशा वर्मा समेत अनेक लोग उपस्थित थे.