मुंबई: रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने कहा है कि उसकी प्रमुख आईआईजेएस (इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो) प्रदर्शनी से आने वाले 4-6 महीनों में 50,000 करोड़ रुपए का कारोबार होने की उम्मीद है. आईआईजेएस इस साल 4-8 अगस्त तक आयोजित किया गया था.
इस शो में 1,790 प्रतिभागियों ने अन्य वस्तुओं के अलावा सोने और सोने के सीजेड (क्यूबिक जिरकोनिया) जड़े हुए आभूषण, हीरे, रत्न और अन्य जड़े हुए आभूषण, खुदरा कीमती पत्थर, चांदी के आभूषण, कलाकृतियां और उपहार देने वाली वस्तुओं, प्रयोगशालाओं और शिक्षा और मशीनरी को प्रदर्शित किया.
जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि चार अगस्त से आयोजित पांच दिन की प्रदर्शनी से अगले 4-6 महीनों में 50,000 करोड़ रुपए का व्यवसाय सृजित होगा. इसने न केवल अपने प्रतिभागियों को खुश किया है, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि उत्सव और शादी के मौसम में खुदरा स्तर पर आभूषणों की बिक्री बढ़ेगी.
उन्होंने कहा कि सोने पर हाल ही में शुल्क वृद्धि के बावजूद पीली धातु के प्रति बाजार की धारणा मजबूत बनी रही और आईआईजेएस प्रीमियर में हुई अभूतपूर्व खरीदारी को देखते हुए इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक बंपर दिवाली होने वाली है.
जीजेईपीसी के संयोजक शैलेश संगानी ने कहा कि प्रदर्शनी में लगभग 50,000 लोग आए.
इनमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, हांगकांग, पश्चिम एशिया, यूरोप, बांग्लादेश, नेपाल, रूस, थाइलैंड और मिस्र सहित 60 से अधिक देशों के 1,500 लोग शामिल थे.