बिलासपुर: अमूमन हर आभूषण कारोबारी से अपील की जाती रही है कि वह किसी भी संदिग्ध आदमी से आभूषण खरीदने के पहले ठोक बजाकर उसकी पहचान जान ले और तनिक भी संदेह हो तो पुलिस को भी सूचना दे दे. अपने कारोबारी संगठन को भी इस बारे में बता सकते हैं.
ऐसा इसलिए क्योंकि संदिग्ध से आभूषणों की खरीदारी करके अक्सर दुकानदार फिर में पड़ जाते हैं क्योंकि वे आभूषण या तो चोरी के निकल जाते हैं या नकली. इसीलिए बार-बार दुकानदारों से अज्ञात पहचान वाले लोगों से गहनों की खरीद करते समय विशेष सावधानी बरतने की ताकीद की जाती है.
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में एक आभूषण दुकानदार ने सोमवार को ऐसी ही सतर्कता दिखाई और उसने पुलिस को सूचना देकर एक बड़े लूट कांड के मामले का पर्दाफाश होने का रास्ता बना दिया.
हुआ यूं कि सीपत चौक स्थित एक आभूषण की दुकान पर एक व्यक्ति आभूषण बेचने पहुंचा. दुकान मालिक को आशंका हुई कि सामान चोरी का हो सकता है. उन्होंने बिना देर किए पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और युवक से पूछताछ की. पूछताछ में उसने अपना नाम अजीत साहू बताया. उसने स्वीकार किया कि जिन गहनों को वह बेचने आया है वे चोरी के हैं.
इसके बाद पुलिस ने जांच कर पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया. जांच में इस बात का खुलासा हो गया कि 19 जून की रात सरकंडा थाना क्षेत्र के बहताराय स्थित मानुषी ज्वैलर्स में चोरी की घटना हुई थी, उन्हीं आभूषणों को बेचने युवक उस दुकान पर आया था पुलिस में चोरी किए गए सारे गहनों को बरामद कर लिया है और युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
अपनी दुकान में चोरी होने की जानकारी दुकान मालिक मनीष सोनी ने पुलिस को दी थी . उनके द्वारा दर्ज शिकायत में कहा गया कि 19 जून की रात वह दुकान बंद कर घर चले गए.
अगले दिन जब दुकान खुली तो पता चला कि किसी ने छत के शटर काट दिए हैं और करीब सात लाख रुपये के जेवर चुरा लिए हैं. पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू की.
पुलिस ने पास में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की. पुलिस को जांच में सफलता नहीं मिली . इस पर पुलिस ने आभूषण की दुकानों के मालिकों को किसी भी सूरत में संदिग्धों से आभूषण नहीं खरीदने का निर्देश दिया था. किसी को भी आभूषण चोरी करने का संदेह होने पर तुरंत पुलिस को इसकी सूचना देने को कहा था.