नयी दिल्ली। इंदौर को लगातार सातवीं बार सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आयोजित एक कार्यक्रम में पुरस्कार प्रदान किए। केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर और सूरत को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में चुना गया जबकि नवी मुंबई तीसरे स्थान पर रहा। गुरुवार को घोषित सर्वेक्षण के नतीजों में यह जानकारी दी गई।
स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023′ में शानदार प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में महाराष्ट्र ने पहला स्थान हासिल किया जिसके बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ रहे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और अन्य गणमान्य मौजूद रहे। इंदौर को लगातार सातवीं बार सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला।
सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार, एक लाख से कम आबादी वाले सभी शहरों में महाराष्ट्र के सासवड को सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला। इस श्रेणी में छत्तीसगढ़ के पाटन को दूसरा और महाराष्ट्र के लोनावला को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।
गंगा नदी के शहरों में वाराणसी को सबसे अच्छा एवं स्वच्छ शहर चुना गया जिसके बाद प्रयागराज को स्थान मिला। मध्य प्रदेश का महू छावनी बोर्ड सबसे स्वच्छ छावनी बोर्डों की श्रेणी में शीर्ष पर रहा।
आंकड़ों के अनुसार, स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में 4,447 शहरी स्थानीय निकायों ने भाग भाग लिया और इसमें 12 करोड़ नागरिकों की प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं। सरकार का दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है।