पटना। मुख्यमंत्री नीतीश सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले पंचायत प्रतिनिधियों, और आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं के लिए खजाना खोल दिया। दो दिन पहले आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं का पैसा बढ़ाने का आश्वासन दिया था। रविवार को सीएम ने पंचायती राज जनप्रतिनिधियों यानि मुखिया, उप मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच, पंच का भत्ता बढ़ाने का भरोसा दिया था। सोमवार को कैबिनेट की बैठक में मानदेय बढ़ाने पर मुहर लगाई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिका संघ के शिष्टमंडल मिला था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नौकरी से हटाई गईं 18 हजार 220 आंगनबाडी सेविकाओं-सहायिकाओं को काम पर वापस रखने का आश्वासन दिया था। शनिवार की शाम को कार्यमुक्त करने का आदेश वापस ले लिया गया।
मुखिया को अब 5000 रुपए प्रति माह मानदेय मिलेगा, पहले 2500 रुपए मानदेय मिलता था। उप मुखिया का मानदेय 1200 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए प्रतिमाह किया गया। वार्ड सदस्य का मानदेय 500 रुपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 800 रुपए प्रतिमाह कर दिया गया। सरपंच का मानदेय 2500 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपए प्रतिमाह किया गया। उप सरपंच का मानदेय 1200 रुपए से बढ़ा कर 2500 रुपए कर दिया गया। बिहार सरकार ने पंच का मानदेय 500 रुपए से 800 रुपए कर दिया। ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी के लगभग 2 लाख 35 हजार 148 सदस्यों लाभ मिलेगा।
सेविकाओं को अब तक भत्ता के तौर पर 1450 रुपए मिलते थे, अब उन्हें 2500 रुपए मिलेंगे। आंगनबाड़ी सहायिकाओं को राज्य भत्ता के तौर पर 725 रुपए मिलते थे, अब उन्हें 1750 रुपए मिलेंगे। सभी के मानदेय में इजाफा 1 अप्रैल 2024 से लागू होगी।