नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात आठ बजे आयेंगे रांची। देशभर के 28 लाख आदिवासियों को सशक्त बनाने के लिए बुधवार को नई योजना का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झारखंड में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के समग्र विकास के उद्देश्य से 24,000 करोड़ रुपये की योजना की शुरूआत करेंगे।
झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से झारखंड पहुंचेंगे। एयरपोर्ट से रोड शो करते हुए प्रधानमंत्री राजभवन पहुंचेंगे और वहां रात में आराम करने के बाद दूसरे दिन वे भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी जिला के उलिहातू जाएंगे। उलिहातू में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और इस क्षेत्र में बाहरी लोगों के प्रवेश को रोक दिया गया है।
प्रधानमंत्री यहां भगवान बिरसा मुंडा के परिजनों से बातचीत भी करेंगे। खूंटी में प्रधानमंत्री लगभग ढाई घंटे बिताएंगे। यहां प्रधानमंत्री ट्राइबल प्रदर्शन का अवलोकन करेंगे और ट्राइबल एचीवर्स से बातचीत भी करेंगे। इसके साथ ही भगवान बिरसा मुंडा की धरती से विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ भी करेंगे।
पीवीटीजी विकास मिशन योजना जनजातियों के सशक्तीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम होगा और यह अपनी तरह की प्रथम पहल होगी। वर्ष 2023-24 के बजट में, पीवीटीजी की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार के लिए इस योजना की घोषणा की गई थी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने झारखंड में पैदा हुए स्वतंत्रता सेनानी व आदिवासी योद्धा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी।
22,544 गांवों में रहते हैं ये जनजातियां
अधिकारियों के अनुसार, 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 75 पीवीटीजी हैं, जो लगभग 28 लाख की आबादी वाले 220 जिलों में फैले 22,544 गांवों में रहते हैं। ये जनजातियां बिखरी हुई हैं और वन क्षेत्रों के दूरस्थ व दुर्गम इलाकों में रहती हैं। इसलिए पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों को सड़क और दूरसंचार संपर्क से जोड़ने, बिजली, सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण तक बेहतर पहुंच और स्थायी आजीविका के अवसरों जैसी बुनियादी सुविधाओं को पूरा करने के लिए यह योजना बनाई गई है।
नौ मंत्रालयों के माध्यम से योजना होगी संचालित
इस योजना को ग्रामीण सड़क, ग्रामीण आवास और पीने का पानी को कवर करने वाले मौजूदा कल्याणकारी कार्यक्रमों के तहत नौ मंत्रालयों के माध्यम से लागू किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि इन दूरदराज की बस्तियों को कवर करने के लिए कुछ योजना मानदंडों में ढील दी जाएगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, सिकल सेल रोग उन्मूलन, टीबी उन्मूलन, 100 प्रतिशत टीकाकरण, पीएम सुरक्षित मातृत्व योजना, पीएम मातृ वंदना योजना, पीएम पोषण और पीएम जन धन योजना के लिए संतृप्ति कवरेज सुनिश्चित किया जाएगा।