तेल अवीव। इजरायली सेना को गाजा में बड़ी कामयाबी मिली। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) और इजरायली खुफिया शिन बेट ने कहा कि हमास की एंटी-टैंक मिसाइल यूनिट के प्रमुख को मार गिराया है। आईडीएफ ने एक संयुक्त बयान में कहा कि मुहम्मद अत्जर एक हवाई हमले में मारा गया। गाजा पट्टी में हमास की विभिन्न ब्रिगेडों में सभी एंटी-टैंक प्रणालियों के लिए अत्जर जिम्मेदार था। बयान में यह भी कहा गया कि वह नियमित आधार पर यूनिट की देखरेख कर रहा था और उसने इमरजेंसी सिस्?टम को एक्टिव करने में मदद की थी।
शिन बेट के निर्देशों के बाद आईडीएफ अत्जर की पहचान करने और उसे ढेर करने में सफल हुई। शिन बेट की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि टैंक-रोधी प्रणाली की उनकी कमान के दौरान इजरायली नागरिकों और आईडीएफ बलों के खिलाफ कई हमले किए गए। शिन बेट का कहना है कि जिस समय वह यूनिट को कमांड कर रहा था, उसने इजरायली नागरिकों और आईडीएफ बलों के खिलाफ कई टैंक रोधी मिसाइल हमले किए। हमास ने बुधवार को कहा कि इजरायल ने लगातार दूसरे दिन गाजा में रिहायशी इमारतों में बने शरणार्थी शिविरों पर हमले किए, जिससे कई लोग घायल हुए हैं।
जबालिया शरणार्थी शिविर पर हवाई हमला : इससे पहले गाजा में जबालिया शरणार्थी शिविर पर हवाई हमले हुए। आईडीएफ ने हमलों के बाद दावा किया कि उसने हमास की सेंट्रल जबालिया बटालियन के कमांडर इब्राहिम बियारी को खत्म कर दिया। बियारी सात अक्टूबर को आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार नेताओं में से एक था। आईडीएफ ने बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आईडीएफ ने क्षेत्र में हमास की कमान और नियंत्रण को नुकसान पहुंचाया और बड़ी संख्या में आतंकवादियों को मार गिराया जो बियारी के साथ थे। इसके अलावा, हमले के बाद भूमिगत आतंकवादी बुनियादी ढांचे ध्वस्त हो गए।
इजरायल के 326 सैनिकों की मौत : दूसरी ओर हमास-नियंत्रित क्षेत्र में सेना के चल रहे जमीनी हमले के बीच गाजा पट्टी में आईडीएफ को भी नुकसान हुआ है। आईडीएफ ने मारे गए अपने नौ सैनिकों की पहचान की है। मृत सैनिकों की पहचान लेफ्टिनेंट एरियल रीच, कॉर्प आसिफ लुगर, सार्जेंट आदि डुनान, स्टाफ सार्जेंट हलेल सोलोमन, स्टाफ सार्जेंट एलेल मिशलोव्स्की, स्टाफ सार्जेंट आदि लियोन, कर्नल इडो ओवाडिया, सीपीएल लियोल सिम्नोविच और स्टाफ सार्जेंट रोई डावी के रूप में की गई। पिछले दिनों 11 इजरायल के सैनिक मारे गए। सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से इजरायली सेना के कम से कम 326 सदस्यों की जान चली गई है।