पटना। बिहार में कई स्थानों पर आयकर विभाग ने राजद के नेता एवं राज्यसभा सदस्य अहमद अशफाक करीम से जुड़े परिसरों पर बुधवार को छापेमारी की। सांसद बिहार के कटिहार स्थित अल करीम विश्वविद्यालय के मुख्य न्यासी और संस्थापक कुलाधिपति हैं। इससे पहले जांच एजेंसी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े नौकरी के बदले जमीन घोटाले के सिलसिले में करीम से जुड़े परिसरों पर छापे मारे थे।
पटना निदेशालय ने अल करीम शैक्षणिक न्यास में छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। यह न्यास अल करीम विश्वविद्यालय और कटिहार मेडिकल कॉलेज चलाता है और इसका प्रबंधन करता है। न्यास का मुख्य कार्यालय पटना में है। यह न्यास पैरामेडिकल और संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान का एक स्कूल और सूचना प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन स्कूल भी संचालित करता है। इसके मुख्य न्यासी अहमद अशफाक करीम हैं, जो अल करीम विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलाधिपति और राज्यसभा के मौजूदा सदस्य भी हैं।
आयकर विभाग ने उनके कार्यालय के रिकॉर्ड और कंप्यूटर खंगाला। अभी कोई जानकारी देना जल्दबाजी होगी। इस अभियान में बिहार, झारखंड और दिल्ली के आयकर अधिकारियों/कर्मचारियों के दलों को शामिल किया गया है और केंद्रीय अर्धसैनिक बल द्वारा सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
आयकर अधिकारियों ने इसके अलावा पूर्णिया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में मिलिया शैक्षणिक न्यास से जुड़े कई परिसरों पर भी छापे मारें। इस न्यास का मुख्यालय पूर्णिया में है। आयकर विभाग ने बताया कि पूर्णिया (बिहार) स्थित मिलिया समूह से जुड़े परिसरों पर छापे मारे गए। यह समूह पूर्णिया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जिलों में मिलिया शैक्षणिक न्यास चलाता है और उनका प्रबंधन करता है। इसके मुख्य न्यासी असद इमाम, सैयद गुलाम हुसैन, कैसर इमाम, मोहम्मद वसीम, ओजैर अहमद और जावेद दानिश हैं।