रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड के सबसे लंबे पुल का दिया तोहफा। सीएम ने दुमका की मयूराक्षी नदी पर इस पुल का सोमवार को लोकार्पण किया। कुल 198 करोड़ रुपए की लागत से बने इस पुल की लंबाई 2.34 किलोमीटर है।
दुमका के कुमड़ाबाद में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने इस पुल के अलावा 193 करोड़ की लागत से बनी दस सड़कों का उद्घाटन और 143 करोड़ की लागत से बनने वाली 12 सड़कों का शिलान्यास किया।
सोरेन ने कहा कि राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख की मांग और जनभावनाओं का सम्मान करते हुए मयूराक्षी नदी पर बने पुल का नामकरण शिबू सोरेन के नाम पर किया जाएगा। इस नामकरण का शिलापट्ट जल्द लगाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मयूराक्षी नदी पर पुल के बनने से दुमका के कई गांवों की जिला मुख्यालय से दूरी मात्र 15 किलोमीटर रह गई है, जबकि पहले यह दूरी 30 किलोमीटर थी। पहुंच पथ सहित 2.800 किलोमीटर लंबे इस पुल की चौड़ाई 16 मीटर है।
हालांकि, बीच में सात स्पैन के बीच पुल को 30 मीटर चौड़ा किया गया है, जो सेल्फी प्वाइंट के रूप में मशहूर हो गया है।
विदित है कि मकरमपुर सहित कई गांव ऐसे हैं, जो पहले दुमका शहर से सटे थे। मसानजोर डैम बनने के बाद बीच का इलाका डूब गया, तो मकरमपुर की आधी आबादी डैम के डूबक्षेत्र के उस पार रह गई थी।
अब पुल बन जाने से मसानजोर के विस्थापितों को जिला मुख्यालय आने-जाने में परेशानी नहीं होगी। कॉलेज आने-जाने में युवाओं को सहूलियत होगी, तो व्यापार-रोजी-रोजगार के लिए भी यह लाभदायक माना जा रहा है।