भुवनेश्वर। झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास ने आज ओड़िशा के 26वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश डॉ विद्युत रंजन सारंगी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, राज्य के मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में दास को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए राजभवन का दरवाजा 24 घंटे खुला रहेगा।
शपथ से पहले दास सुबह भुवनेश्वर में भगवान लिंगराज का आशीर्वाद लेने के लिए लिंगराज मंदिर गए। उन्होंने भगवान से प्रार्थना करते हुए ओडिशा और भारत को विकास और सफलता के शिखर पर पहुंचाने की कामना की।
पड़ोसी राज्य झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दास को 18 अक्टूबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा का नया राज्यपाल नियुक्त किया था। उन्होंने गणेशी लाल की जगह ली है।
26 अक्टूबर को बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से दिया था इस्तीफा
बता दें कि ओडिशा के राज्यपाल के रूप में शपथ लेने से पहले रघुवर दास गुरुवार (26 अक्टूबर) को बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया। रघुवर ने दिल्ली में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता व पद से इस्तीफा जेपी नड्डा से मिलकर उन्हें सौंपा था। इसके बाद रघुवर दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू,पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की थी।
उल्लेखनीय है कि रघुवर दास झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री रहे। झारखंड में बीजेपी के विस्तार में उनकी अहम भूमिका रही है। रघुवर दास लंबे समय से बीजेपी से जुड़े रहे हैं। साल 1977 में वह पार्टी के सदस्य बने। साल 1980 में बीजेपी की स्थापना के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री सक्रिय राजनीति में आ गए। रघुवर दास सबसे पहले 1995 में जमशेदपुर पूर्वी से विधानसभा चुनाव जीते और विधायक बने। तब से लेकर 2014 तक लगातार 5 बार इस सीट से जीते। 2019 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री रहते विधानसभा का चुनाव हारे। उन्हें शीर्ष नेतृत्व ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया।