पटना । बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने मंगलवार की शाम उच्च माध्यमिक शिक्षक बहाली का परिणाम विषयवार जारी कर दिया है। हिंदी सहित सात विषयों का परिणाम देर शाम जारी किया गया है, लेकिन आयोग की वेबसाइट https://www.bpsc.bih.nic.in/Default.html क्रैश हो जाने के कारण काफी समय तक हिंदी के अतिरिक्त किसी अन्य विषय का परिणाम डाउनलोड नहीं हो सका।
हिंदी के 3221 पदों की तुलना में सिर्फ 525 अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया गया है। संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक (शिक्षक बहाली) सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि उच्च माध्यमिक के कुछ विषयों तथा माध्यमिक शिक्षक का परिणाम बुधवार को जारी किया जाएगा।
प्राथमिक शिक्षकों का परिणाम गुरुवार या शुक्रवार तक संभावित है। उच्च माध्यमिक अभ्यर्थियों के जिला आवंटन की सूची अलग से जारी की गई है। आयोग की वेबसाइट पर दोनों सूची अपलोड कर दी गई है।
न्यूनतम अंक की अनिवार्यता को किया गया शिथिल
आयोग ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि लिखित परीक्षा की विभिन्न कोटि में अभ्यर्थियों की संख्या कम होने की स्थिति और 75 प्रतिशत रिक्त सीटों पर नियुक्ति के न्यूनतम अर्हतांक को शिथिल कर दिया गया है।
संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग से प्राप्त पत्र के आलोक में आयोग की पूर्ण पीठ की 21वीं बैठक में छात्रहित में अर्हतांक कम करने का निर्णय लिया गया है।
उच्च माध्यमिक के 57 हजार 602, माध्यमिक के 32 हजार 916 तथा प्राथमिक के 79 हजार 943 पदों पर नियुक्ति होनी है। प्राथमिक के लिए 7.9 लाख, माध्यमिक के लिए 66 हजार तथा उच्च माध्यमिक के लिए 40 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। उच्च माध्यमिक में कितने पदों के लिए परिणाम जारी किया गया, इसे अभी आयोग ने स्पष्ट नहीं किया है।
वाटरमार्क वाले प्रमाण पत्र ही होंगे मान्य: आयोग ने स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थियों द्वारा आॅनलाइन फार्म भरते समय अपलोड किए गए कागजात व दस्तावेज डाउनलोड कर सत्यापन के समय सक्षम प्राधिकार या प्रशासी विभाग को उपलब्ध कराएंगे। अभ्यर्थी दस्तावेज डाउनलोड करेंगे तो उसमें स्वत: रजिस्ट्रेशन सहित वाटरमार्क अंकित रहेगा।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि सफल अभ्यर्थी ने यदि आॅनलाइन आवेदन करते समय ऐसा कोई वांछित कागजात या प्रमाण पत्र आयोग के पोर्टल पर अपलोड नहीं किया है तो राजपत्रित पदाधिकारी से दस्तावेज को सत्यापित कर पुन: शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित तिथि तक आयोग के पोर्टल पर अपलोड करें।
इसके बाद आयोग के पोर्टल से संबंधित दस्तावेज को डाउनलोड करेंगे, जिसपर आयोग का वाटरमार्क अंकित होगा। इसे ही काउंसिलिंग में प्रस्तुत करें। आयोग के वाटरमार्क के बगैर कोई भी प्रमाणपत्र मान्य एवं स्वीकार्य नहीं होगा।
स्वत: रद्द हो जाएगा परीक्षा फल व पात्रता
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा फल इस शर्त के साथ प्रकाशित की गई है कि नियुक्ति के लिए काउंसिलिंग के समय आॅनलाइन आवेदन करते समय समर्पित वांछित शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक आर्हता संबंधी प्रमाण पत्रों की जांच उसकी मूल प्रति से की जाएगी।
इसमें असफल होने पर संबंधित अभ्यर्थी की पात्रता एवं परीक्षाफल दोनों स्वत: रद्द हो जाएंगे। वहीं, स्वास्थ्य, दिव्यांगता, आरक्षण से संबंधित प्रमाण पत्रों की जांच प्रशासी विभाग द्वारा कराई जाएगी।
आगामी परीक्षाओं से होंगे वंचित
आयोग के अनुसार जांच के क्रम में यदि किसी अभ्यर्थी की दिव्यांगता का दावा सही नहीं या निर्धारित मानक से कम होने पर उन्हें कदाचार की श्रेणी में रखा जाएगा, उनका परीक्षाफल रद्द कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
आयोग की आगामी तीन से पांच परीक्षाओं में शामिल होने से उन्हें वंचित कर दिया जाएगा। दिव्यांगता की जांच अनिवार्य रूप से सक्षम मेडिकल कॉलेज व हास्पिटल, आइजीआइएमएस व एम्स से कराई जाएगी।