धर्मेंद्र कुमार
24 सितंबर को झारखंड की राजधानी रांची की सरजमीं पर वह सियासी घटनाक्रम हुआ जिसकी आहट पिछले कुछ वर्षो से सुनाई पड़ रही थी और जिसकी समाज को शिद्दत से आस थी. स्वर्णकार समाज के गौरव व समग्र समाज के रत्न अजीत कुमार ने अपने सफल जीवन में नई पारी की शुरुआत की- सियासत के जरिए. उन्होंने झारखंड पार्टी में शामिल होकर अपने नए सपने का आगाज किया.
वास्तव में अजीत कुमार का राजनीति में आने समाद के प्रबुद्ध लोगों के लिए प्रेरक प्वाइंट बन सकता है. अब उनके जैसे तमाम दूसरे लोग भी सियासत में आ सकते हैं. अभी तक माना जाता रहा है कि अजीत कुमार जैसे अच्छे. सफल व पेशेवर लोग खुद को सियासत से दूर रखने का ही प्रयास करते हैं.
अजीत कुमार विगत 27 वर्षों से वकालत के पेशे में हैं. वे एक सफल अधिवक्ता हैं. उन्हें लोगों का अपार स्नेह और प्यार मिलता रहा है. इसी की बदौलत उन्हें विभिन्न सरकारी ओहदों पर काम करने का अवसर मिला.
अजीत कुमार को एक वरीय अधिवक्ता के रूप में काम करते हुए सरकार की नीतियों और विधानों की बारीकियों को समझने के साथ साथ झारखंड के लोगों की समस्याओं को नजदीक से देखने का अवसर मिला है. इसी दौरान उनके मन में सियासत में सक्रिय होने का विचार आया. वे सोचने लगे कि वकालत के साथ साथ क्यों नही अपने अनुभव का ऐसा उपयोग करूं कि ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित हो सकें.
अपनी इसी सोच को चरितार्थ करते हुए उन्होंने सियासत में कदम रखा है. उन्होंने 24 सितंबर शनिवार को रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में झारखंड पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सियासत में कदम रखा. उन्होंने विश्वास जताया है कि वे कुछ नया ही करेंगे और उतनी ही मेहनत और ईमानदारी से.
अजीत कुमार को जाननेवालों को पता है कि वे जितना कहते हैं उससे कई गुणा अधिक करके दिखाते हैं. वे बोलने से ज्यादा काम करने में यकीन रखते हैं.इससे निश्चित रूप से सियासत में कुछ नया देखने को मिलेगा और आम लोगों का भला होगा.
कार्निवाल बैंक्वेट हाल डिबडीह ,रांची में आयोजित झारखंड पार्टी के प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन सह मिलन समारोह में अजीत कुमार इस पार्टी में शामिल हुए. इस मौके पर हजारों कार्यकर्ताओं के अलावा पार्टी के तमाम बड़े नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत अभिनंदन किया.
सियासी पारी की शुरुआत करने से पहले अजीत कुमार बिरसा चौक जाकर भगवान बिरसा की मूर्ति पर माला पहना कर आर्शीवाद लिया.
झारखंड पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अजीत कुमार ने पार्टी के कार्यक्रम में हजारों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में जोरदार व प्रभावी भाषण दिया.
अजीत कुमार ने कहा कि उनका मकसद चुनाव लडऩा नहीं बल्कि झारखंड के विकास में अपनी नई भूमिका को निभाना है. उन्होंने कहा कि वे झारखंड पार्टी में इसलिए आये हैं क्योंकि झारखंड गठन के 22 वर्षो के बाद भी इस राज्य का सुंदर निर्माण नहीं हो पाया है, इस अधूरे काम को वे झारखंड पार्टी से जुडक़र पूरा करना चाहते हैं. झारखंड के विकास का सपना अभी अधूरा है. इसे हर हाल में पूरा करना है.